बुधवार, 8 फ़रवरी 2012

यह कौन सा इस्लाम है ?



हम बताते हैं.....
इसे लव जेहाद कहते हैं. भारत को इस्लामी देश बनाने के कुत्सित अभियान में से एक हिस्सा यह भी है. एन केन प्रकारेण हिन्दुओं की लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फ़साने के बाद या तो उन्हें फिदायीन बनाने के लिए मज़बूर किया जाता है या फिर उन्हें इस्लाम क़ुबूल करने के लिए. देखिये किस तरह एक मातृ-पितृ विहीन नाबालिग कन्या को एक मुसलमान गुंडे द्वारा बरगलाया गया है. यह सब भारत में ही संभव है क्योंकि हिन्दू अपना स्वाभिमान खो चुके हैं. और भारत में आज तक कोई भी तथाकथित राष्ट्रवादी मुसलमान इस कुकृत्य के पक्ष में कभी नहीं बोला है ...जिसका अर्थ हैकि इस कुकृत्य में सारे मुसलमानों की मौन सहमति है. क्या हिन्दू अभी भी सोते रहेंगे. क्या तुम्हें इस बच्ची पर ज़रा भी करुणा नहीं आती ?  
ज़रा इस लिंक को क्लिक करिए ..... 

www.youtube.com

सोमवार, 6 फ़रवरी 2012

क्या हमारी पहचान हमसे छिना ली जायेगी ?


 
प्रिय आत्मन !
सादर नमन ! 
कलियुग के इस चरण में सनातन धर्मियों को कदाचित सर्वाधिक संकट से जूझना पड़ रहा है....यह त्रासदी भरा काल है .....चिंतन की आवश्यकता है ......और पुनर्जागरण की अनिवार्यता......
.....अन्यथा जिस तरह विश्व की अनेक जातियाँ, धर्म, संस्कृतियाँ, सभ्यताएँ और भाषाएँ लुप्त हो गयीं ....होती जा रही हैं उसी तरह हम भी लुप्त हो जायेंगे ..... हमारा स्वर्णिम अतीत भी समाप्त हो जाएगा. हमारी अकर्मण्यता और नपुंसकता ने बृहत्तर भारत के कई टुकड़े काट कर हमसे पृथक कर दिए हैं. किन्तु यह सिलसिला थमा नहीं है अभी भी .....महान द्रविण और आर्य संस्कृति वाले खंडित आर्यावर्त को पुनः खंडित करने और इसे इस्लामिक देश बनाने की कुटिल रणनीति का समूल उच्छेद करने की दृष्टि से हमें अपने सारे मतभेद भुलाकर केवल ...और केवल माँ भारती की सेवा के लिए ...भारत की महान संस्कृति को पुनः स्थापित करने के लिए एक मंच पर आना ही होगा. आइये, हम संकल्प करें कि अब इस देश को और खंडित नहीं होने देंगे और भारत को हिन्दू देश के रूप में सुस्थापित करने के पवित्र उद्देश्य से अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए सदा तत्पर रहेंगे. 
जय आर्यावर्त! जय भारत ! जय सनातन धर्म ! जय आर्य संस्कृत ! जय द्रविण संस्कृति !